हिंद महासागर का सबसे बड़ा द्वीप है?

हिंद महासागर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा महासागर है, जो पृथ्वी की कुल सतह का 70,560,000 वर्ग किमी और 19.8% पानी को कवर करता है। यह उत्तर में एशिया, पश्चिम में अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया से घिरा है। दक्षिण में यह अंटार्कटिका से घिरा है। हिंद महासागर में कुछ बड़े समुद्र हैं। जैसे अरब सागर, लक्षद्वीप सागर, सोमाली सागर , बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर आदि।

हिंद महासागर का सबसे बड़ा द्वीप है

जावा द्वीप हिन्द महासागर का सबसे बड़ा द्वीप है। जो इंडोनेशिया में स्थित है। कभी यहाँ शक्तिशाली हिंदू राज्य हुआ करता था। यहाँ पे कई हिन्दू मदिर के अवशेष पाए गए हैं। जिन्हे देखने के लिए लाखो लोग इंडोनेशिया जाते है। जावा द्वीप इंडोनेशिया के आर्थिक और राजनीति में एक प्रमुख भूमिका निभाता है।

भूमध्य रेखा पर स्थित, जावा द्वीप दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला द्वीप है। जिसकी अनुमानित आबादी 143.1 मिलियन है। यह इंडोनेशिया के 57 प्रतिशत लोगो का घर है। प्राचीन काल में यह द्वीप हिंदू-बौद्ध साम्राज्यों का केंद्र हुआ करता था।

हिंद महासागर का सबसे बड़ा द्वीप कौन सा है - java island

भाषा - जावा द्वीप की तीन मुख्य भाषाएं हैं। यहाँ इंडोनेशियाई भाषा को दूसरी भाषा के रूप में बोली जाती है। जबकि अधिकांश जावानीस भाषा बोलते हैं। जावा में धर्म और संस्कृतियों का विविध मिश्रण मिलता है। जावा को चार प्रांतों में विभाजित किया गया है। पूर्वी जावा, मध्य जावा, पश्चिम जावा और बैंटन। यहाँ जावानीस और इंडोनेशियाई भाषा बोली जाती है।

क्षेत्रफल - आकार के अनुसार जावा दुनिया का 13 वां सबसे बड़ा द्वीप है। इसका क्षेत्रफल 128,297 वर्ग किमी में है। यह मुख्य रूप से ज्वालामुखी विस्फोटों द्वारा बना हैं और द्वीप में एक पूर्व से पश्चिम की ओर पर्वत श्रृंखला है।

धर्म - देश का संविधान धर्म निरपेक्ष का दावा करती है लेकिन सरकार केवल छह आधिकारिक धर्मों इस्लाम, प्रोटेस्टेंटिज़्म, कैथोलिक धर्म, हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म और कन्फ्यूशीवाद को मान्यता देती है। जावा द्वीप पर 90 प्रतिशत से अधिक लोग मुस्लिम हैं। जबकि दक्षिण-मध्य जावा के कुछ हिस्से में रोमन कैथोलिक और बौद्ध रहते हैं।

17 वीं शताब्दी के औपनिवेशिक काल के दौरान डच लोगों ने जावा में गन्ने, रबर, चाय और कॉफी के पौधों की व्यावसायिक खेती शुरू की थी। 19 वीं और 20 वीं सदी की शुरुआत में यहा की कॉफी ने वैश्विक लोकप्रियता हासिल की हैं। यही कारण है कि जावा नाम को आमतौर पर कॉफी का पर्याय माना जाता है।

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