जल संसाधन का महत्व बताइए

जल पृथ्वी पर मौजूद सभी जीवन रूपों के लिए मूलभूत आवश्यकता है। यह कहना सही होगा कि पृथ्वी के जीवन का समर्थन करने वाला एकमात्र ग्रह होने के पीछे पानी ही कारण है। यह सार्वभौमिक विलायक इस ग्रह पर हमारे पास मौजूद प्रमुख संसाधनों में से एक है। जल के बिना जीवन का होना असंभव है।

जल संसाधन

जल पृथ्वी पर जीवन का स्रोत है। यह जलमंडल का प्रमुख संघटक है जिसकी संरचना महासागर, सागर, नदियों जल-प्रवाह झीलों और भूतल - जल से मिलकर हुई है जो धरातल जल के साथ प्रवाह करते है| पृथ्वी की सतह  का लगभग 70.8% हिस्सा मुख्य रूप से  महासागर के रूप में छाया हुआ है। अनुमान लगाया जाता है कि जलमंडल समस्त जल जल का लगभग 1,360 मिलियन क्यूबिक किमी धारण करता है।

इसका 97% जलभाग महासागर और सागरों के हैं, जहा उच्च लवणता के गुण के चलते मानव उपयोग के लिए जल राशि अनुपयुक्त है। लगभग मात्र 2% जल संसाधन और हिम् छत्रपो में उपलब्ध है जबकि शेष (1%से भी कम) शुद्ध जल के रूप में मानव उपयोग के लिए और अन्य कार्यों के हेतु उपलब्ध हैं।

महासागर की कुल जलराशि और साफ जल पूरे भुगर्भित इतिहास में बिल्कुल स्थिर रहे हैं किंतु महासागरीय जल और साफ जल के बीच का अनुपात हमेशा जलवायु विषयक स्थितियों के अनुसार बदलता रहता है। 

जब जलवायु ठंडी रहती है तब और सागरों का ज्यादातर जल इनके द्वारा अवशोशित कर लिया जाता है और इस स्थिति में समुद्र के जल के व्यय के आधार पर स्वच्छ जल में वृद्धिहो जाती है। 

इसी तरह जब जलवायु उष्ण रहती है, तब स्वच्छ जल का व्यय होता है और सागरों के जल की राशि बढ़ती है|समुद्र की सतह धीरे-धीरे बढ़ रही है|जिसका हम उपयोग करते है , वह अनन्त रूप से पर्यावरण के मार्फत चक्रण करता झट है। इस चक्रण को हम जलचक्र कहते है। 

जल का महत्व 

हमारे पृथ्वी पर जल अनिवार्य प्राकृतिक संसाधन है यह न केवल मूव जीवन के लिए अनिवार्य है बल्कि समस्त तरह के जीवन -पशुओ और वनस्पतियों के लिए भी पृथ्वी की 97% साथ जल से आच्छादित है। ज्यादातर पशुओ और पौधों के शरीर मे उनके शरीर का 60-70% भाग जल है। 

मनुष्य के जीवन मे जल का महत्वपूर्ण स्थान है मानव के प्राक्कल से ही जहां-जहां जल उपलब्ध थे मानव वासस्थल वहां-वहां थे और ये वहीं-वही थे, जहां आदि मानव ने खास-खास खाद्यान्न ऊगा सके। जल के बिनक न तो व्यक्ति और न ही मानव - समुदाय जीवित रह सकता है। 

  1. हमारे शरीर की हर एक कोशिका को ठीक से काम करने के लिए पानी की आवश्यकता होती है।
  2. सभी जीवित प्राणियों को जीवित रहने के लिए पानी की आवश्यकता होती है।
  3. जल हमारे जीवन के लिए आवश्यक है, और जल के बिना पृथ्वी पर कोई जीवन नहीं है।
  4. हमें नदियों, भूजल (कुओं), बारिश आदि जैसे कई स्रोतों से पानी मिलता है।
  5. हम पानी का उपयोग पीने, खाना पकाने, सफाई और कई अन्य उद्देश्यों के लिए करते हैं।

जल उपयोग 

अपने गुणों व लक्षणोंके कारण जल का समस्त सजीवों के लिए बहुउद्देशीय उपयोग है। जल जीवन के लिए आवश्यक है जीवन की अधिसंख्य प्रक्रिया लजीवों में अवस्थित जल में सम्पन्न होती हैं। 

पोषकों के वाहन और शरीर मे उनके वतरण तापमान के नियंत्रण और अपशिष्ट पदार्थों के उत्सर्जन या निष्कर्षण के कार्य जल के द्वारा ही सम्पन्न होते है।

स्वच्छ जल का संकट

जल की पर्याप्त उपलब्धता के कारण यह अत्यंत कम खर्चीला संसाधन है। अन्य प्राकृतिक संसाधनों की तुलना में जल का इस्तेमाल आश्चर्यजनक यानी विस्मयकारी परिणाम में हुआ करता है। 

हाल के वर्षों में पृथ्वी पर वार्षिक रूप ले कुल जल की खपत की मात्रा लगभग 1,000 गुना ज्यादा है विश्व के कुल खनिजों के उत्पादन के जिनमे कोयला, पेट्रोलियम , धात्विक अयस्क और ग़ैरधत्विक खनिज शामिल हैं। 

विश्व स्तर पर जल कुल बहुतायत कोई समस्या नहीं है। समस्या अगर है तो वह है सही स्थान पर सही समय मे तथा सही रूप में जल की उपलब्धता| विश्व स्तर रप जल का वितरण आसमान है। 

जल पर विवाद 

किसी देश की अर्थव्यवस्था व्यापक रूप से उसकी नदियों पर निर्भर करती है। जल संसाधन को लेकर जो समस्याएं उतपन्न होती हैं। 

इनके अलावा जल पर कई तरह के संघर्ष या विवाद भी है। जल की अनिवार्यता और इसके आसमान वितरण के कारण अंत:देशीय अथवा अंतरराष्ट्रीय विवाद उत्पन्न हुआ है। नदी जल बंटवारे से सम्बंधित मुद्दों ने व्यपक रूप से हमारे किसानों को प्रभावित किया है, साथ ही हमारी सरकार को भी विचलित करता रहा है। 

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