भूकंप पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेटों का अचानक हिलना या कांपना है, जिसके परिणामस्वरूप जमीन हिलती है। इस झटकों से विभिन्न संरचनाओं जैसे कि इमारतों और पृथ्वी की सतह के आगे टूटने के नुकसान हो सकते हैं।
भूकंपों के अध्ययन को सीस्मोलॉजी कहा जाता है। एक छोटे से क्षेत्र में कम समय सीमा में कई भूकंप हो सकते हैं। टेक्टोनिक प्लेटों में तनाव की अचानक रिहाई ऊर्जा की तरंगों को भेजती है जो पृथ्वी के माध्यम से यात्रा करती हैं। भूकंप विज्ञान भूकंप के कारण, आवृत्ति, प्रकार और आकार का अध्ययन करता है।
earthquake in hindi |
भूकंप भूकंपीय से टिप्पणियों का उपयोग करके मापा जाता है। भूकंप की तीव्रता और झटकों की तीव्रता आमतौर पर रिक्टर पैमाने पर बताई गई है। रिक्टर स्केल का आविष्कार चार्ल्स फ्रांसिस रिक्टर ने 1935 में किया था। पैमाने पर, 2 पर ध्यान देने योग्य है, और 5एक विस्तृत क्षेत्र में क्षति का कारण बनता है।
भूकंप से होने वाले लाभ एवं हानि
भूकंप से लाभ भूकंप के कारण धरातल पर नए द्वीप पठार और झीलों का निर्माण होता है। छिपी हुई बहुमूल्य धातुएं तथा उस से युक्त चट्टाने धरातल के समीप आ जाते हैं जो बाद में आसानी से खोदी जा सकती है। कभी-कभी समुद्र तट के समीप की भूमि धंसने से वहां पर खड़िया बन जाती है इन जगहों पर उत्तम बंदरगाहों का विकास होता है। भूकंप से कभी-कभी पर्वतों की ऊंचाई बढ़ जाती है ऊंचे पर्वत अधिक वर्षा का कारण होते हैं।
भूकंप से हानि भूकंप द्वारा थोड़े समय में बहुत अधिक जन धन की हानि होती है हाल ही में महाराष्ट्र के लातूर जिले में आए भूकंप से कई हजार लोगों की मृत्यु हो गई। भूकंप के कारण धरातल में कई विलक्षण परिवर्तन हो जाते हैं जल प्रवाह उलट जाता है। कहीं-कहीं नदिया जिले तथा दलदल सुख जाते हैं भूस्खलन से नदी मार्ग अवरुद्ध हो जाता है। बांध टूट जाने से भयंकर बाढ़ आ जाती है बिजली के खंभों के गिरने से कई घटनाएं हो जाती है।