आसमान से गिर रहा पानी की बूँद को बारिश कहा जाता हैं। जब बादल संतृप्त हो जाते हैं , या पानी की बूंदों से भर जाते हैं, तो वर्षा की बूंदें पृथ्वी पर गिरती हैं । बादल में इकट्ठा होते ही लाखों पानी की बूंदें आपस में टकराती हैं। जब पानी की एक छोटी बूंद एक बड़ी बूंद से टकराती है, तो यह संघनित हो जाती है, या बड़ी के साथ जुड़ जाती है।
जैसे-जैसे यह होता रहता है, बूंद भारी और भारी होती जाती है। जब पानी की बूंद इतनी भारी हो जाती है कि बादल में इधर-उधर तैरती रहती है, तो वह जमीन पर गिर जाती है। मानव जीवन वर्षा पर निर्भर है। बारिश कई संस्कृतियों के लिए मीठे पानी का स्रोत है।
जहां नदी, झील , या जलभृत आसानी से सुलभ नहीं हैं। बारिश कृषि , उद्योग , स्वच्छता और विद्युत ऊर्जा के लिए पानी उपलब्ध कराकर आधुनिक जीवन को संभव बनाती है। सरकारें, समूह और व्यक्ति व्यक्तिगत और सार्वजनिक उपयोग के लिए वर्षा एकत्र करते हैं।