प्रहसन एकांकी का एक भेद है। प्रहसन उस एकांकी को कहते हैं जिसमें किसी बात पर हास्य या व्यंग्य के द्वारा प्रकाश डाला जाए। समाज की बुरी प्रथाओं की व्यर्थता दिखाने के लिए प्रायः प्रहसन लिखे जाते हैं।
परिभाषा - प्रहसन एक विशेष प्रकार की रचना होती है। उसमें समाज का पूर्व सच्चा वर्णन नहीं होता है, बल्कि सच्चाई से थोड़ा बदल दिया जाता है। विकृति या किसी भी प्रकार की खराबी मनुष्य के लिए हास्य की सामग्री बन जाती है। जैसे बहुत मोटे मनुष्य को देखकर हमें हँसी आने लगती है। इसलिए प्रहसन में किसी एक बात का बहुत बड़े हुए रूप में वर्णन किया जाता है।
प्रहसन के तत्व-(1) कथानक, (2) पात्र तथा चरित्र-चित्रण, (3) प्रहसन में भाषा, (4) प्रहसन में हास्य, (5) प्रहसन की जीवित भाषा-शैली।
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