कृषि पर आधारित उद्योग किसे कहते हैं

कृषि पर आधारित उद्योग - कृषि प्राथमिक स्तर का व्यवसाय है, तथापि कृषि से प्राप्त पदार्थों का उपयोग कच्चे माल के रूप में उद्योगों में किया जाता है। कृषक भूमि से अनेक प्रकार की फसलों तथा – धान, गेहूँ, मक्का, कपास, जूट, गन्ना, तम्बाकू, चाय, कहवा, तिलहन, फल आदि का उत्पादन करते हैं। 

ये सभी कृषि उत्पाद उद्योगों के लिए कच्चा माल प्रदान करते हैं । उदाहरणार्थ - धान पर चावल मिल, गेहूँ पर मैदा व सूजी उद्योग, गन्ने पर चीनी उद्योग, कपास पर वस्त्र उद्योग, जूट पर टाट उद्योग, तम्बाकू पर सिगरेट उद्योग, तिलहन पर तेल उद्योग, फल पर रस बनाने के उद्योग आश्रित हैं।

इन उद्योगों को कच्चा माल सीधे कृषि से प्राप्त होता है। कृषि आधारित महत्वपूर्ण उद्योग जूट, सूती वस्त्र, चीनी तथा दुग्ध उद्योग हैं। कृषि आधारित उद्योगों का स्थानीयकरण उनके उत्पादन क्षेत्रों के समीप ही पाया जाता है। 

भारत का जूट उद्योग पश्चिम बंगाल में केन्द्रित है, क्योंकि जूट की कृषि पश्चिम बंगाल में सर्वाधिक होती है। भारत में कृषि पर आधारित उद्योगों के विकास के कारण यहाँ का कृषिगत पदार्थ निर्यात नहीं किया जाता, बल्कि उससे निर्मित माल का निर्यात होता है। कृषि पर आधारित उद्योगों का विशेष महत्व है। इसने कृषि क्षेत्र को व्यावसायिक तथा अधिक लाभदायक बनाया है तथा लाखों लोगों को रोजगार प्रदान किया है।

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