परिवहन का महत्व क्या है - importance of transportation

वर्तमान में परिवहन के बिना व्यावसायिक एवं औद्योगिक विकास की कल्पना भी नहीं किया जा सकता हैं। इतना ही नहीं एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए भी परिवहन महत्त्वपूर्ण होते हैं।

व्यापार भी परिवहन की सुविधाओं और संचार साधनों पर टिका रहता है। विश्व के समस्त देशों के निवासी वस्तुओं की अदला-बदली पर पूर्व की तुलना में ज्यादा आश्रित हो गये हैं।

पहले समय में दिल्ली से कोलकाता तक बैलगाड़ी या ताँगे से यात्रा करने में महीनों का समय लग जाता था, किन्तु वैज्ञानिक प्रगति के कारण हम मोटर अथवा वायुयान की सहायता से गंतव्य स्थान तक पूर्व की अपेक्षा घण्टों पहले पहुँच जाते हैं। विगत वर्षों में परिवहन साधनों का विकास तीव्र गति से हुआ है। इस प्रकार की क्रांति का जनक विज्ञान ही है।

परिवहन में सुधारों के साथ-साथ संचार के साधनों का भी तीव्र गति से विकास होता आया है। टेलीफोन, टेलीग्राफ, वायरलेस, राडार, स्वचालित कम्प्यूटरों की सहायता से व्यापारिक संदेशों के आदान-प्रदान में तथा रेलगाड़ियों, वायुयानों एवं जलयानों से अपनी यात्रा पूर्ण करने में बहुत ज्यादा सहायता मिल रही है।

परिवहन का महत्व क्या है

उत्पादन एवं उपभोग को जोड़ने में परिवहन - तंत्र का महत्त्वपूर्ण योगदान होता है । यातायात या परिवहन के संबंध में एक विद्वान ने कहा है कि “परिवहन उन सब यांत्रिक साधनों और संगठनों का योग है, जो व्यक्तियों, वस्तुओं अथवा समाचारों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाने में सहायक होते हैं।” 

वास्तव में व्यक्तियों एवं वस्तुओं के आवागमन को परिवहन कहते हैं और समाचार आदि के आदान-प्रदान को संचार कहते हैं। 

इन साधनों के महत्त्व निम्नलिखित हैं - 

  1. परिवहन द्वारा वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान मे स्थानांतरण किया जा सकता है।
  2. परिवहन माँग और पूर्ति में संतुलन स्थापित करते हैं।
  3. वर्तमान युग में देश-विदेश के व्यापार की उन्नति परिवहन पर निर्भर है।
  4. परिवहन के साधन ही श्रम विभाजन को संभव बनाते हैं । 
  5. परिवहन से ही बाजारों के क्षेत्र विकसित होते हैं। 
  6. इसी से उत्पादन को प्रोत्साहन मिलता है। 
  7. इसी के कारण ही मूल्यों में अधिक उतार-चढ़ाव नहीं होता है ।
  8. परिवहन औद्योगीकरण को प्रोत्साहित करता है ।
  9. परिवहन के कारण ही जनसंख्या की वृद्धि एवं श्रमिकों के केन्द्रीयकरण पर प्रभाव पड़ता है।
  10. परिवहन की समुचित व्यवस्था से सभ्यता और ज्ञान में वृद्धि होती है।
  11. किसी भी देश की उन्नति पर परिवहन के विकास और प्रसार का अधिक प्रभाव पड़ता है। 

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