ट्रक फार्मिंग क्या है

ट्रक तथा उद्यानी कृषि पद्धति में फलों, फूलों, साक्-सब्जियों आदि की खेती की जाती है और इन उत्पादों को उत्पादन क्षेत्र से बाजार तक प्रतिदिन ट्रकों द्वारा पहुँचाया जाता है, इसलिए इसे ट्रक फार्मिंग कहते हैं। 

आजकल इन उत्पादों के उत्पादन क्षेत्र उपयुक्त मिट्टी और जलवायु वाले दूर के क्षेत्रों में भी स्थित होते हैं तथा उत्पादन द्रुतगामी परिवहन-साधनों द्वारा नगरों तक ऊँचा मूल्य प्राप्त करने हेतु भेजा जाता है। जैसे - केण्ट प्रदेश से लन्दन, लाग द्वीप से न्यूयार्क तथा पश्चिमी द्वीप समूह से पेरिस साक्-सब्जियाँ भेजी जाती हैं।

साक सब्जी – बड़े बड़े नगरों के आस-पास नगरीय सीमावर्ती क्षेत्रों में मौसम के अनुसार फल, फूल, साक्-सब्जियाँ उत्पन्न की जाती हैं। ये उत्पाद ताजे ही बाजार में पहुँचाये जाते हैं, जैसे— लन्दन, मास्को, संयुक्त राज्य अमेरिका में कैलिफोर्निया, सब्जियों के उत्पादन में महत्त्वपूर्ण हैं। भारत में इस प्रकार की कृषि मुम्बई, कोलकाता, चेन्नई, दिल्ली एवं श्रीनगर ( डल झील) में की जाती है।

पुष्प उद्यान - रंग-बिरंगे फूलों या पुष्पों का उत्पादन उद्यानी कृषि के अन्तर्गत किया जाता है । नगरों में पुष्पों की माँग अधिक होती है इस माँग की पूर्ति हेतु पुष्पोद्यानी कृषि की जाती है। 

नीदरलैण्ड में तुलीया फूलों की कृषि विकसित हुई है। यहाँ से वायुयानों द्वारा प्रतिदिन यूरोप के अनेक बड़े-बड़े नगरों को पुष्प भेजे जाते हैं। 

फल उद्यान - उपयुक्त मिट्टी तथा अनुकूल जलवायु में फलोद्यानी कृषि की जाती है। जैसे - दक्षिणी गोलार्द्ध के देशों से पके हुए अनेक प्रकार के फल यूरोपीय देशों तथा उत्तरी अमेरिका को भेजे जाते हैं। भारत से आम, सेब, केला, संतरा, अनार, लीची आदि विदेशों को निर्यात किये जाते हैं।

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