मिश्रित कृषि किसे कहते हैं

मिश्रित कृषि का तात्पर्य है कि कृषक कृषि के साथ-साथ पशु-पालन तथा अन्य सहायक व्यवसाय भी अपनाता हो अथवा खाद्यान्न तथा अन्य कच्चे माल वाली फसलों के अतिरिक्त कृषक ट्रक फार्मिंग या उद्यान कृषि भी करता हो। इस प्रकार की कृषि में फसलों तथा पशुओं से प्राप्त पदार्थों में एक पूर्ण समन्वय स्थापित किया जाता है। 

खाद्यान्न फसलों के अतिरिक्त इस पद्धति में चारे की फसलें भी उगाई जाती हैं । यदि उद्यान कृषि अथवा ट्रक फार्मिंग अपनायी जाती है तो औद्योगिक क्षेत्र की माँग की पूर्ति के लिए ताजी साक्-सब्जियाँ, फल, जड़ वाली फसलें तथा शलजम, मूली, आलू, चुकन्दर आदि उत्पन्न किए जाते हैं। 

मिश्रित कृषि के लिए निम्नलिखित सुविधाएँ लाभदायक होती हैं।

  1. मिश्रित कृषि क्षेत्र के निकट औद्योगिक क्षेत्र हो।
  2. परिवहन साधन सम्पन्न हो।
  3. विश्वसनीय वर्षा हो अथवा सिंचाई के पर्याप्त साधन हों। 
  4. गहन कृषि द्वारा अधिक उत्पादन होना चाहिए। 

मिश्रित कृषि समस्त यूरोप महाद्वीप, उत्तरी अमेरिका के पूर्वी भाग, दक्षिणी अमेरिका का पम्पास क्षेत्र, दक्षिणी अफ्रीका, दक्षिणी पूर्वी आस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैण्ड में की जाती है। मिश्रित कृषि भी मध्य अक्षांशों के विकसित देशों में ही की जाती है।


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