ग्रामीण एवं नगरीय जनसंख्या में अन्तर स्पष्ट कीजिए

संयुक्त राष्ट्र के नवीनतम अनुमानों के अनुसार मई 2022 तक वर्तमान विश्व जनसंख्या 7.9 बिलियन है। विश्व जनसंख्या दुनिया की मानव आबादी वर्तमान में रहने वाले मनुष्यों की कुल संख्या को संदर्भित करता है।

नगरीय जनसंख्या - शहरी जनसंख्या से तात्पर्य उन आबादी वाले क्षेत्रों से है जिनका ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में अधिक जनसंख्या घनत्व है और ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में समग्र रूप से अधिक कॉम्पैक्ट हैं। सरल शब्दों में, यह शहरों में रहने वाले लोग हैं।

ग्रामीण जनसंख्या - ग्रामीण जनसंख्या का तात्पर्य उन क्षेत्रों की जनसंख्या से है, जिनका जनसंख्या घनत्व शहरी क्षेत्रों की तुलना में कम है और जो शहरी केंद्रों की तुलना में बड़े क्षेत्र में फैले हुए हैं। ग्रामीण आबादी शहरों के बाहर रहने वाली आबादी है। इन क्षेत्रों में काम अक्सर शहरी क्षेत्रों की तुलना में कृषि पर अधिक केंद्रित होता है।

ग्रामीण एवं नगरीय जनसंख्या में अन्तर

1. ग्रामीण क्षेत्र के लोग प्राथमिक कार्य यथा-कृषि, पशुचारण, मछली पकड़ना आदि के द्वारा जीविकोपार्जन करते हैं। जबकि नगरीय क्षेत्रों की जनसंख्या द्वितीयक एवं तृतीयक कार्यों में लगी होती है। 

2. ग्रामीण जनसंख्या प्राकृतिक संसाधनों को उसके मूल स्वरूप में उपयोग करते हैं, इसके विपरीत नगरों में प्राकृतिक संसाधनों के मूल स्वरूपों तथा गुणों को बदलकर उपयोग किया जाता है, जैसे - लौह इस्पात, सीमेन्ट आदि का निर्माण एवं उपयोग।

3. नगरों के यातायात, शिक्षा, चिकित्सा, मनोरंजन, प्रशासन आदि सुविधाएँ उपलब्ध रहती हैं, जबकि गाँवों में इन सुविधाओं का अभाव रहता है।

4. नगरों में अधिक जनसंख्या निवास करती है, किन्तु ग्रामों में कम जनसंख्या निवास करती है। 

5. नगरों में प्रदूषण की समस्या अधिक है, लेकिन गाँवों में यह समस्या अपेक्षाकृत बहुत कम है।

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