पेट्रो रसायन उद्योग किसे कहते हैं

पेट्रोकेमिकल उद्योग रासायनिक उद्योग का एक क्षेत्र है। जो पेट्रोलियम या प्राकृतिक गैस से प्राप्त रसायनों से कई प्रकार के वस्तु तैयार करती है। पेट्रोकेमिकल्स ऐसे रसायन होते हैं जो कच्चे तेल या प्राकृतिक गैस में पाए जाने वाले हाइड्रोकार्बन से बने होते हैं, जिन्हें क्रैकिंग और आसवन विधि के माध्यम से साफ़ किया जाता है।

पेट्रोकेमिकल उद्योग प्लास्टिक, सिंथेटिक फाइबर, सिंथेटिक रबर, सॉल्वैंट्स, चिपकने वाले, डिटर्जेंट, उर्वरक और फार्मास्यूटिकल्स जैसे वस्तुवों का उत्पादन करता है। इन उत्पादों का उपयोग विभिन्न उद्योगों जैसे निर्माण, मोटर वाहन, पैकेजिंग, कपड़ा और कृषि में किया जाता है।

पेट्रोकेमिकल्स के उत्पादन में उन्नत तकनीक और बड़े पैमाने पर सुविधाओं की आवश्यकता होती है। जीवाश्म ईंधन के उपयोग और अपशिष्ट उत्पादों के उत्पादन के कारण उद्योग का पर्यावरण पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।

इसके पर्यावरणीय प्रभाव के बावजूद, पेट्रोकेमिकल उद्योग वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए सामग्री प्रदान करता है और कई अन्य उद्योगों का समर्थन करता है।

पेट्रो-रसायन उद्योग से निर्मित वस्तुएं

पेट्रो-रसायन उद्योग द्वारा प्लास्टिक, कृत्रिम रेशे, कृत्रिम रबर, कृत्रिम धुलाई पाउडर, वॉर्निश, लिपिस्टिक, नाखून पॉलिश, ग्रामोफोन की चूड़ियाँ, स्प्रिट, साबुन, विस्फोटक पदार्थ, छापने की स्याही, फोटोग्राफी की फिल्में, कोल्ड क्रीम, लोशन, सुगन्धित तेल, इत्र, मल्हम, ऐल्कोहॉल, कृत्रिम नायलॉन, टेलरिंग धागा, रासायनिक खाद, औषधियाँ, रंग आदि अनेक वस्तुएँ बनायी जाती हैं।

पेट्रो- रसायन उद्योग द्वारा उत्पादित वस्तुओं की माँग विश्व के सभी भागों में बढ़ती जा रही है, अतः इस उद्योग के और अधिक उन्नति करने की सम्भावना है। इस उद्योग का अधिक विकास मुख्यत: संयुक्त राज्य अमेरिका, पूर्व सोवियत संघ, जर्मनी, जापान, ग्रेट ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, भारत आदि देशों में हुई है।

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