गाँवों में निवास करने वाले लोगों के प्रमुख व्यवसाय प्राथमिक व्यवसाय होते हैं, जैसे— कृषि कार्य, पशुपालन, मछली पकड़ना, लकड़ी काटना, शिकार करना, खनन आदि । इन बस्तियों के निवासी अपनी आजीविका हेतु सीधे प्रकृति पर निर्भर रहते हैं।
ग्रामीण बस्तियों की प्रमुख विशेषताएँ निम्नांकित हैं
- यहाँ के निवासी प्राथमिक व्यवसाय में संलग्न रहते हैं ।
- प्रमुख व्यवसाय कृषि है इसलिए ग्रामीण अधिवासों का वितरण नदियों के उपजाऊ मैदानों में अधिक मिलता है।
- ग्रामीण अधिवासों में मकान या घर स्थानीय सामग्रियों से निर्मित होते हैं।
- इनमें मकान के दो भाग होते हैं – एक भाग परिवार के सदस्यों के रहने के लिए तथा दूसरा भाग पशुओं आदि के लिए बना होता है।
- गाँवों में मकान सुनियोजित ढंग से नहीं बनाए जाते, बल्कि भूमि की उपलब्धता एवं सुविधानुसार मकान बना लिए जाते हैं।
- ग्रामीण अधिवास के लोगों में अधिक सहकारिता तथा सहयोग की भावना होती है।