जब किसी व्यंजन का मेल किसी स्वर या व्यंजन से होता है, तब उससे परिवर्तन होकर विकार उत्पन्न होता है, इसी को व्यंजन संधि कहते हैं।
1. सत् + वाणी = सद्वाणी
2. जगत + नाथ = जगन्नाथ
3. सम + गम = संगम
4. उत् + लास = उल्लास
5.उत् + हार = उद्धार
जब किसी व्यंजन का मेल किसी स्वर या व्यंजन से होता है, तब उससे परिवर्तन होकर विकार उत्पन्न होता है, इसी को व्यंजन संधि कहते हैं।
1. सत् + वाणी = सद्वाणी
2. जगत + नाथ = जगन्नाथ
3. सम + गम = संगम
4. उत् + लास = उल्लास
5.उत् + हार = उद्धार