अबर के लोग कई कबीलों में बंटे हुए थे जो मुख्य रुप से पशुपालन कर अपनी जीविका चलाते थे। विभिन्न कबीले जमीन पर कब्जे के लिए खासकर चारागाहों के स्वामित्व को लेकर आपस में लड़ते रहते थे ईसवी सन् के पहले छः सौ वर्षों के बीच अन्य देशों के साथ व्यापार काफी महत्वपूर्ण हो गया।
अनेक अरबों ने अपने को विदशी व्यापार में लगाया। व्यापार के द्वारा अरब लोग नए विचारों के संपर्क में आए। सातवीं शताब्दी में अरब में एक नए धर्म इस्लाम का जन्म हुआ। इस्लाम ने थोड़े की समय में न केवल प्रतिद्वंदी कबीलों के बीच एकता की बल्कि उसके परिणामस्वरूप, एक बड़े साम्राज्य की स्थापना हुई और एक नई सभ्यता का उदय हुआ।