निजी आय तथा निजी क्षेत्र को घरेलू उत्पाद से प्राप्त आय में अन्तर
निजी आय तथा निजी क्षेत्र को घरेलू उत्पाद से प्राप्त आय में प्रमुख अन्तर निम्नांकित हैं -
निजी आय | निजी क्षेत्रों को घरेलू उत्पाद से प्राप्त आय |
---|---|
निजी आय, निजी क्षेत्र की समस्त स्रोतों से प्राप्त आय होती है। | निजी क्षेत्र को घरेलू उत्पाद से प्राप्त आय, घरेलू उत्पाद का वह भाग होता है जो निजी क्षेत्र में उपार्जित होता है। |
निजी आय में आय-भुगतान और चालू हस्तांतरण भुगतान दोनों शामिल होते हैं। | निजी क्षेत्र को घरेलू उत्पाद से प्राप्त आय में केवल आय भुगतान शामिल किए जाते हैं। |
निजी आय में विदेशों से प्राप्त शुद्ध साधन-आय शामिल होती है, अत: यह एक राष्ट्रीय धारणा है। | निजी क्षेत्र को घरेलू उत्पाद से प्राप्त आय में विदेशों से प्राप्त साधन-आय शामिल नहीं होती, अतः यह एक घरेलू धारणा है। |
इसका सूत्र है – निजी - आय = निजी क्षेत्र को घरेलू उत्पाद से प्राप्त आय + समस्त चालू हस्तांतरण + विदेशों से प्राप्त शुद्ध साधन आय। | इसका सूत्र है- निजी क्षेत्र को घरेलू उत्पाद से प्राप्त आय = साधन लागत पर शुद्ध घरेलू उत्पाद - सार्वजनिक क्षेत्र की उपार्जित आय। |
निजी आय में राष्ट्रीय ऋणों पर ब्याज शामिल होता है। | निजी क्षेत्र को घरेलू उत्पाद से प्राप्त आय में राष्ट्रीय ऋणों पर ब्याज शामिल नहीं होता। |