उस समय बंगाल राष्ट्रीय आदोलन का केन्द्र था। बंगाल का शिक्षितवर्ग हिंसक और अहिंसक दोनों तरह के आंदोलनों में आगे था। अतः लार्ड कर्जन ने 1905 ई. में बंगाल को दो भागों में बाँटने की घोषण की। पूर्वी बंगाल और पश्चिम बंगाल। उसका तर्क था - बंगाल एकबहुत बड़ा प्रांत है और शासन की सुविधा के लिए उसका विभाजन आवश्यक है पर उसकी इस योजना का असल रहस्य था हिन्दुओं और मुसलमानों में फूट डालना तथा बंगाल की राष्ट्रीय एकता को नष्ट करना। बंगाल के विभाजन को वहाँ के निवासियों ने अपनी राष्ट्रीय और संस्कृति पर आघात समझा। बंगाल के लोग इस विभाजन के विरुद्ध उठ खड़े हुए।
प्रश्न : बंगाल का विभाजन किसने किया था - Division of Bengal
उत्तर :