इंटरनेट क्या है - इंटरनेट की विशेषताएं

हम इंटरनेट के युग में जी रहे हैं। साथ ही, यह हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है कि हम इसके बिना नहीं रह सकते। इसके अलावा, इंटरनेट उच्च अंत विज्ञान और आधुनिक तकनीक का आविष्कार है। इसके अलावा, हम 24×7 इंटरनेट से जुड़े हैं। साथ ही, हम बड़े और छोटे संदेशों और सूचनाओं को पहले से कहीं अधिक तेजी से भेज सकते हैं।

इंटरनेट क्या है

इंटरनेट कंप्यूटर का एक संग्रह है जो जानकारी साझा करता है। इंटरनेट से कनेक्ट करने के लिए घरेलू उपयोगकर्ता आमतौर पर फोन मॉडेम, केबल मॉडम या डीएसएल कनेक्शन का उपयोग करते हैं। इंटरनेट सेवा प्रदाता (ISP) घरेलू उपयोगकर्ता को अन्य कंप्यूटरों से जोड़ता है। इंटरनेट पर स्थानांतरित की जाने वाली फ़ाइलें वेब पेज कहलाती हैं।

आज कल संचार के लिए इलेक्ट्रोनिक उपकरणों का प्रयोग किया जाता है, जैसे टेलीफोन। अब हम कंप्यूटर की सहायता से विश्व में कही भी संदेश भेज सकते हैऔर प्राप्त भी कर सकते है आज दुनिया भर की हजारो वैज्ञानिक,सामाजिक शैक्षणिक और खेल संस्थाएं लोगों तक इंटरनेट के माध्यम से जानकारी पंहुचा रहे हैं। 

इस कारण आज हम घर बैठे ही विश्व की घटनाओं के बारे जान सकते है। किसी एक स्थान पर एकत्रित जानकारी के स्रोत को बेबसाईट ' कहा जाता हैं। 

एक वेबसाईट में किसी एक व्यक्ति , विषय या संस्थान विशिस्ट की जानकारी होती हैं। प्रत्येक 'बेबसाइट ' पर जानकारी को 'पृष्ठों'( पेजज ) में दिया जाता है, इन्हें 'वेबपेज ' कहते हैं। जानकारी शब्दो या चित्रों के माध्यम से हो सकते हैं मुख्य पृष्ठ (मेन पेज )पर जानकारी जिन शब्दों या चित्रों के रूप में दी होती हैं,उन्हीं के माध्यम से और अधिक जानकारी तक पहुंचा जा सकता है,जो अन्य पृष्ठों में होती हैं। इस प्रकार के आपसी सम्बन्ध को 'हाइपर लिंक, कहते हैं।

इंटरनेट का क्या अर्थ है

शब्द 'इंटरनेट ' दो शब्दों  से मिलकर बना है - अंतराष्ट्रीय (इंटरनेशनल )और नेटवर्क। किसी देश या एक बहुत बड़े छेत्र के हजारों , लाखों कंप्यूटर किसी एक केन्द्रीय कंप्यूटर से जुड़े हुए हो सकते हैं। 

इन केंद्रीय कंप्यूटर के साथ अन्य कई बड़े कंप्यूटर जुड़े हो सकते है या ये आपस में जुड़े हो सकते है। इस तरह से एक विस्तृत जाल सा बन जाता है। सन,1984 में केवल अमरीका में ही 25000 से अधिक ऐसे नेटवर्क थे और इनमें कुल मिलकर लगभग 35 लाख कंप्यूटर आपस जुड़े हुए थे। यह संख्या आज इससे कंही बड़ी है।

इंटरनेट काम कैसे करते हैं 

एक निश्चित नियम सूची की सहायता से किसी नेटवर्क में जुड़े हुए दो  कम्प्यूटर आपस में जानकारी का आदान- प्रदान करते हैं। यह जानकारी अंको या शब्दों के रूप में हो सकती है। 

इस नियम सूची को प्रोटोकॉल कहते हैं।  हम कह सकते है की प्रोटोकॉल वो नियम हैं, जिनके तहत विशिष्ट जानकारी विशिष्ट स्थान पर भेजी जाती है।  कंप्यूटर में TCP/IP (ट्रन्सफर कन्ट्रोल प्रोटोकॉल /इंटरनेट प्रोटोकॉल ), HTTP (हाईपरलिंक ट्रांसफर प्रोटोकॉल), HTTP (हाईपरलिंक ट्रान्सफर प्रोटोकॉल ),FTP (फ़ाइल ट्रान्सफर पोटोकॉल ) आदि का प्रयोग होता   है। 

www से क्या तात्पर्य हैं ?   

क्योंकि इन्टरनेट विश्व भर के कम्प्यूटर को आपस में जोड़ कर बनाया गया एक जाल है , इसलिए इसे वर्ल्ड वाईड 
 वेव कहते है, जिसका संक्षिप्त रुप है www वेबसाइट के नाम के आगे इन अक्षरों को लगाया जाता है।

इन्टरनेट के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर

 इन्टरनेट के लिए कंप्यूटर में टेलीफोन तार को जोड़ना पड़ता है और उसमें एक 'मोडेम' भी होना चाहिए। इन्टरनेट
 पर बात संपर्क साधने  के लिए टेलीफोन की आवकता होती है और कंप्यूटर और टेलीफोन के बीच समन्वय के लिए 'मोडेम' काम आता है। 

कंप्यूटर का ससंदेश 'डिजिटल' संकेतों के रुप में होता है और टेलीफोन का सन्देश गैर डिजिटल या 'अनालोग' रुप में होता है। डिजिटल संकेतों को 'अनालोग' संकेतों में और ‘अनालोग को डिजिटल  में परिवर्तित करने का कार्य मोडेम करता है 

 मोडेम के दो प्रकार

 1. आतंरिक इन्टरनल मोडेम

 यह मोडेम कंप्यूटर के खांचे के भीतर लगा हुआ रहता है। इसमें टेलीफोन की तार को जोड़ने का प्रावधान रहता
 है। यह मोडेम सदा कंप्यूटर के साथ लगा रहता है। 

2. बाह्य 'एक्सटरनल मोडेम

यह एक छोटा सा मोडेम होता है जो कंप्यूटर के साथ बहार से जोड़ा जाता है। इस मोडेम को कंही  भी ले जाया जा सकता है।  इसे किसी दूसरे कम्प्यूटर में भी लगाया जा सकता है और इसकी मरम्मत भी आसानी से की जा सकती है।

इंटरनेट की विशेषताएं 

इंटरनेट के क्षेत्र का अनुमान लगाना बहुत कठिन है। साथ ही हर सेकेंड मिलियन लोग इससे जुड़े रहते हैं। इसके अलावा सभी चीजों की तरह इंटरनेट का भी लोगों के जीवन पर कुछ अच्छा और बुरा प्रभाव पड़ता है। तो सबसे पहले हमें इंटरनेट के अच्छे और बुरे प्रभाव के बारे में जानना होगा।

इंटरनेट के अच्छे प्रभाव का मतलब उन सभी चीजों से है जो इंटरनेट संभव बनाता है। साथ ही ये चीजें हमारे जीवन को आसान और सुरक्षित बनाती हैं।

इंटरनेट के बुरे प्रभावों का मतलब उन सभी चीजों से है जो अब हम इंटरनेट की वजह से नहीं कर सकते हैं। साथ ही ये चीजें खुद के लिए और दूसरों के लिए भी परेशानी का कारण बनती हैं।

आप दुनिया के किसी भी कोने में पहुँच सकते हैं। साथ ही, इसका उपयोग और प्रबंधन करना बहुत आसान है। आज की दुनिया में हम इसके बिना अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते।

इंटरनेट के उपयोग

जब से यह पहली बार अस्तित्व में आया तब से अब तक इंटरनेट ने एक लंबी यात्रा पूरी कर ली है। साथ ही, इस यात्रा के दौरान, इंटरनेट ने कई चीजों को अपनाया है और अधिक उपयोगकर्ता के अनुकूल और इंटरैक्टिव बन गया है। इसके अलावा, हर बड़ी और छोटी चीजें इंटरनेट पर उपलब्ध हैं।

टिम बर्नर्स-ली को इंटरनेट के मुख्य पिता में से एक कहा जा सकता है क्योंकि उन्होंने WWW (वर्ल्ड वाइड वेब) का आविष्कार किया था। जिसका उपयोग हर वेबसाइट पर किया जाता है। साथ ही, इंटरनेट पर लाखों पेज और वेबसाइट हैं, जिन्हें देखने में आपको सालों लगेंगे।

इंटरनेट का उपयोग विभिन्न चीजों को करने के लिए किया जा सकता है जैसे आप सीख सकते हैं, सिखा सकते हैं, शोध कर सकते हैं, लिख सकते हैं, साझा कर सकते हैं, प्राप्त कर सकते हैं, ई-मेल कर सकते हैं और इंटरनेट पर सर्फ कर सकते हैं।

इंटरनेट से लाभ

इंटरनेट की वजह से हमारा जीवन उस समय की तुलना में अधिक सुविधाजनक हो गया है जब हमारे पास इंटरनेट नहीं था। पहले हमें पत्र भेजने के लिए, पैसे निकालने या जमा करने के लिए, टिकट बुक करने आदि के लिए कतारों में खड़ा होना पड़ता था, लेकिन इंटरनेट की शुरुआत के बाद, ये सभी चीजें काफी आसान हो गयी हैं। साथ ही हमें कतारों में खड़े होकर अपना कीमती समय बर्बाद नहीं करना पड़ता है।

साथ ही, इंटरनेट ने पर्यावरण में बहुत योगदान दिया है क्योंकि अधिकांश कार्यालय (सरकारी और निजी), स्कूल और कॉलेज डिजिटल हो गए हैं जो अनगिनत कागज बचाता है।

हालाँकि, इसमें कोई संदेह नहीं है कि इंटरनेट ने हमारे जीवन को आसान और सुविधाजनक बना दिया है, लेकिन हम इस तथ्य को नहीं छोड़ सकते कि इसने अतीत में कई बड़ी समस्याएं पैदा की हैं। और जिस तेजी के साथ हम इसके आदी होते जा रहे हैं, एक दिन ऐसा आएगा जब यह हमारी मूलभूत आवश्यकता बन जाएगी।

हालाँकि इंटरनेट आपकी किसी भी चीज़ में मदद कर सकता है लेकिन इसकी कुछ सीमाएँ हैं। सबसे पहले इसका कोई भौतिक स्वरूप नहीं है। दूसरा, इसमें भावनाएं नहीं हैं और तीसरा, यह आपको ऐसी जगह नहीं भेज सकता जहां आप शारीरिक रूप से  जाना चाहते हो। 

आजकल छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक हर कोई इंटरनेट का दीवाना है। इसलिए इंटरनेट का उपयोग करने के लिए एक आदर्श उम्र तय करना मुश्किल है। हालाँकि, शोधों के अनुसार कम उम्र से ही इंटरनेट का उपयोग करने से बच्चे को समस्या हो सकती है इसलिए छोटे बच्चों के इंटरनेट उपयोग को नियंत्रित या प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।

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