मानव की प्रकृति विरोधी कार्यों के कारण संतुलित जलवायु चक्र असंतुलित हो गया है। पृथ्वी के वायुमंडल में कुछ विशेष गैसों की मात्रा बढ़ गई है की धरती की गर्मी बाहर नहीं निकल नही पा रही है, इससे उत्पन्न प्रभाव को हरित गृह प्रभाव कहते है।
वायुमंडल में मानव जनित कार्बन कार्बन डाइऑक्साइड के आवरण प्रभाव के कारण पृथ्वी की सतह के ताप को हरित गृह प्रभाव कहते है।
हरित गृह प्रभाव उत्पन्न करने वाली गैसों में कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन और नाइट्रस आक्साइड प्रमुख है। हैलोजनित गैसें तथा क्लोरो कार्बन (CFC ) भी हरित गृह गैसों की श्रेणी में आती है। इनमे सबसे अधिक योगदान कार्बन डाइऑक्साइड का रहता है।