कुल लाभ और शुद्ध लाभ में अन्तर

कुल लाभ और शुद्ध लाभ में अन्तर

कुल लाभशुद्ध लाभ

कुल लाभ में निजी साधनों का प्रतिफल एकाधिकार लाभ, आकस्मिक लाभ भी शामिल होता है।

शुद्ध लाभ में मोल-भाव की चतुराई व जोखिम उठाने का प्रतिफल होता है।

किसी व्यापार के शुद्ध उत्पादन से उत्पादन के साधनों का पुरस्कार घटा दिया जाये तो कुल लाभ निकल आयेगा।कुल लाभ में समस्त विक्रय व्यय व अन्य व्यय घटा दें, तो शुद्ध लाभ निकल जायेगा।
कुल लाभ का क्षेत्र व्यापक है। 

शुद्ध लाभ का क्षेत्र संकुचित है।

कुल लाभ सम्पूर्ण लाभ होता है।शुद्ध लाभ, कुल लाभ का एक अंग है।

कुल लाभ, शुद्ध लाभ से हमेशा अधिक होता है।

शुद्ध लाभ, कुल लाभ से हमेशा कम होता है।

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