जनता पार्टी के शासन के पतन के पश्चात् पुनः कांग्रेस पार्टी सत्ता में आयी तथा नवीन औद्योगिक नीति की घोषणा की गयी। यह औद्योगिक नीति पूर्व में घोषित की गयी नीतियों अधिक उदार तथा मुक्त अर्थव्यवस्थ…
कृषि वित्त से अर्थ उस साख से है जिसकी आवश्यकता कृषि कार्य करने में होती है। बीज, औजार तथा खाद इत्यादि को खरीदना, भूमि सुधारना तथा अन्य कृषि सम्बन्धी कार्यों की पूर्ति तभी सम्भव हो सकती है जब ठ…
कृषि क्षेत्र में संस्थागत सुधारों में भूमि सुधार सर्वाधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। सीमित अर्थ में भूमि-सुधार से तात्पर्य छोटे किसानों एवं खेतिहर मजदूरों के हितों के अनुकूल भूमि स्वामित्व के पुनर्वितर…
नगरीकरण से तात्पर्य उस स्थान विशेष से होता है जहाँ एक बड़ा जनसमूह एक साथ रहता है। नगर एक व्यापक क्षेत्रीय संगठन होता है, यह सभ्यता के उस स्तर का प्रतिनिधित्व करता है जिन तक कुछ क्षेत्र नहीं पहुँच पाए…
गरीबी से तात्पर्य जीवन, स्वास्थ्य तथा कार्यकुशलता के लिए न्यूनतम उपभोग आवश्यकताओं की प्राप्ति न होने से है । इस न्यूनतम आवश्यकताओं में भोजन, वस्त्र, मकान, शिक्षा तथा स्वास्थ्य सम्बन्धी न्यूनतम…
किसी भी देश की बढ़ती हुई जनसंख्या उस देश के आर्थिक विकास की प्रगति को धीमा कर देती है इसलिए एक अल्पविकसित देश की बढ़ती हुई जनसंख्या अभिशाप मानी जाती है । इसका कारण यह है कि जिस गति से जनसंख्य…