औपचारिक व अनौपचारिक पत्र में अन्तर स्पष्ट करते हुए दैनिक जीवन में पत्रों की महत्व पर प्रकाश डालिए । औपचारिक एवं अनौपचारिक पत्रों के लेखन में शैलीगत अंतर होता है । अनौपचारिक पत्रों के लेखन में प्राय:…
संस्कृत शब्द भाष से भाषा शब्द का विकास हुआ है। भाषा का प्रयोग हम तभी करते हैं, जब हमें भावों एवं विचारों को अभिव्यक्त करनी होती हैं। भाषा संचार की उस प्रणाली को संदर्भित करती है जिसका उपयोग मनुष…
कार्यालयीन भाषा का परिचय देते हुए प्रारूप पत्रों के अंग लिखिए। कार्यालयीन पत्र – कार्यालयीन पत्र उस पत्र को कहा जाता है जो दो स्वतंत्र निकायों के बीच व्यवहार होते हैं। इस प्रकार के पत्रों में प्रेषक…
भाषा मनुष्य की सार्थक वाणी को कहते हैं। 'भाषा' शब्द संस्कृत के 'भाष्' धातु से बना है। इसका अर्थ है वाणी को व्यक्त करना। इसके द्वारा मनुष्य के भावों, विचारों और भावनाओं को व्यक्त किया …
प्रतिवेदन की परिभाषा इस प्रकार दी जा सकती है“किसी व्यक्ति, वस्तु एवं घटना के सोद्देश्य सूक्ष्म निरीक्षण के बाद तैयार किया गया वह सम्पूर्ण विवरण प्रतिवेदन कहलाता है। जो उस व्यक्ति, वस्तु एवं घटना की व…
टिप्पण लेखन क्या है किसी भी विचाराधीन पत्र या आवेदन पर उसके निष्पादन को सरल बनाने के लिए जो टिप्पणियाँ सरकारी कार्यालयों में लिपिकों, सहायकों तथा कार्यालय अधीक्षकों द्वारा लिखी जाती हैं, उन्हें टिप्प…