सिंचाई कृषि उत्पादन में फसलों के लिए पानी का कृत्रिम अनुप्रयोग है। इसमें पाइप, नहर, स्प्रिंकलर, ड्रिप सिस्टम जैसे विभिन्न तरीकों से पौधों को पानी दिया जाता है। सिंचाई का प्राथमिक उद्देश्य पौधों को उन…
जल संरक्षण तथा जीवन का सम्बन्ध अटूट है। पृथ्वी पर उपलब्ध होने वाले जल की सीमा तो निर्धारित है। परन्तु इसकी खपत की कोई सीमा नहीं है। जल एक चक्रीय संसाधन है जिसको वैज्ञानिक ढंग से साफ कर पुनः प…
विश्व की सभी उष्ण एवं आर्द्र क्षेत्रों में स्थानान्तरित कृषि किसी न किसी रूप में विद्यमान हैं। पर्वतों के ढलानों पर जनजातियाँ इस प्रकार की कृषि कार्य करती हैं। विश्व में कुल स्थानांतरित कृषि का वा…
कोई भी चीज जिसका उपयोग किसी आवश्यकता को पूरा करने के लिए किया जा सकता है, आपके द्वारा पीने के पानी से लेकर आपके घर में उपयोग की जाने वाली बिजली और स्कूल से घर लाने के लिए उपयोग किए जाने वाले रिक्शा, …
संसाधन एक बहुत व्यापक शब्द है, यह मूल रूप से कुछ भी हो सकता है जो हमे मूल्य प्रदान करता है। हवा से लेकर सोने तक सभी संसाधन हैं। संसाधन दो प्रकार के होते हैं - प्राकृतिक संसाधन और मानव निर्मित …
खनिज एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ है। जिसे एक रासायनिक सूत्र द्वारा दर्शाया जाता है, जो आमतौर पर ठोस और अकार्बनिक होता है। इसमें एक क्रिस्टल संरचना होती है। खनिज संसाधन आर्थिक विकास के…
जिसका उपयोग हम अपनी आवश्यकता को पूर्ण करने के लिए करते हैं। उसे संसाधन कहा जाता हैं। जल का उपयोग हम कई प्रकार से करते हैं। जल एक प्राकृतिक संसाधन हैं जो मानव के लिए उपयोगी हैं, जल का उपयोग हम पीने और…
वन मानव समाजों को कई प्रकार के लाभ प्रदान करते हैं। इन लाभों को अक्सर उन संसाधनों के रूप में वर्णित किया जाता है जिन्हें लोग ईंधन, लकड़ी और मनोरंजन या व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए उपयोग करते हैं। सर…
जैविक संसाधन - जैविक कारकों में एक पारिस्थितिकी तंत्र के जीवित घटक शामिल हैं। ये कारक अस्तित्व और प्रजनन के लिए अजैविक कारकों पर निर्भर करते हैं। जैविक घटक जीवमंडल से उत्पन्न होते हैं। जैविक संसाधनों…
खनन भूमि से खनिजों व अन्य वस्तुवों को निकालने की प्रक्रिया है। इन वस्तुवों में कोयला, तेल, और कीमती धातुएँ जैसे सोना और चाँदी शामिल हो सकते हैं। खनन विभिन्न तरीकों से किया जाता है, जैसे surface minin…
कृषि फसल उगाने की एक कला है। इसमें उपयोगी खाद्य पदार्थ को उगाया जाता जाता है। जैसे धान, दाल, ज्वार, गन्ने आदि। कई अन्य उधोग कृषि पर निर्भात हैं। कपडा उद्योग, कागज उद्योग और खाद उद्योग आदि। कृषि से भो…
जनसंख्या वृद्धि से तात्पर्य मनुष्यों की संख्या में वृद्धि से है। पहले की तुलना में आज जनसँख्या काफी तेज गति से आगे बाद रही हैं। इसका मुख्य कारण औद्योगीकरण, चिकित्सा के स्तर में वृद्धि, ऊर्जा,…
मत्स्य का अर्थ मछली से हैं। मछलियों की कई प्रजातियाँ मनुष्यों द्वारा पकड़ी जाती हैं और दुनिया भर के लगभग सभी क्षेत्रों में भोजन के रूप में खाई जाती हैं। पूरे मानव इतिहास में मछली प्रोटीन और अन…
ऊर्जा संसाधन पृथ्वी पर उपलब्ध संसाधनों से ऊर्जा प्राप्त करने वाले पदार्थ को कहा जाता है। ऊर्जा संसाधन दो प्रकार के होते हैं परंपरागत और गैर परंपरागत ऊर्जा के संसाधन। इस पोस्ट मे हम गैर परंपरागत ऊर्जा…
फसल एक ऐसा पौधा है जिसे लाभ प्राप्त करने के लिए बड़े पैमाने पर उगाया जाता है। जब एक ही प्रकार के पौधों को एक ही स्थान पर बड़े पैमाने पर उगाया जाता है तो उसे फसल कहते हैं। अधिकांश फसलों की खेती कृषि य…
जनसंख्या की वृद्धि तथा कृषि योग्य भूमि की सीमित उपलब्धता के कारण खाद्यान्न उत्पादन को बढ़ाने हेतु अनेक विधियाँ अपनायी जा रही हैं। गहन कृषि उनमें से एक है। इसके अन्तर्गत एक कृषि वर्ष में ही उपलब्ध भूम…
विनिर्माण उद्योग स्थान विशेष में की जाने वाली उस सम्पूर्ण प्रक्रिया का नाम है, जिसमें उपलब्ध पदार्थों कच्चा माल को अधिक उपयोगी एवं मूल्यवान बनाने के लिए उनका रूप परिवर्तन किया जाता है। भूमि से प्राप्…