जल पृथ्वी पर सबसे अधिक मात्र मे पाया जाता हैं। तथा इसमे असीमित शक्तीय होता हैं। यह चाहे तो सम्पूर्ण पृथ्वी को जल से भर सकती हैं। हमने ऐसे कई चक्रवात देखे हैं। जिससे लाखों लोगों की जन गई है और कई घर ब…
खनिज एक ठोस रासायनिक यौगिक है जिसमें रासायनिक संरचना और विशिष्ट क्रिस्टल संरचना होती है जो प्राकृतिक रूप से शुद्ध होती है। खनिज एक संसाधन होता है जिसका उपयोग हम कई कार्यों मे करते हैं। खनिज हमारे विक…
किसी भी स्थान पर जनसंख्या का वितरण समान नहीं है। अगर हम भारत की जनसंख्या वितरण की बात करे तो बहुत अधिक विषमता तथा क्षेत्रीय भिन्नता पायी जाती है। नीच मुख्य टॉपिक की जानकारी दिया गया हैं। की …
भूमि, मृदा, भू-दृश्यावली जैसे पर्वत, पठार, मैदान , खाड़ी, झील , सागर, बहता जल, भूमिगत जल, वायु, वनस्पतियाँ, चट्टानें, खनिज, मछली, जीव-जन्तु आदि जैव-अजैव तत्व प्राकृतिक सम्पदा कहलाते हैं। प्राकृतिक स…
वर्तमान में परिवहन के बिना व्यावसायिक एवं औद्योगिक विकास की कल्पना भी नहीं किया जा सकता हैं। इतना ही नहीं एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए भी परिवहन महत्त्वपूर्ण होते हैं। व्यापार भी परिवहन की …
मानव द्वारा किये जाने वाले उच्च स्तर के कार्य को इसके अंतर्गत रखा जाता है। इस व्यवसाय में निम्न सेवायें मुख्य होती हैं। उच्च शिक्षा मनोरंजन के साधन औद्योगिक, व्यावसायिक एवं प्रशासनि…
तृतीयक व्यवसाय के अंतर्गत वे सभी सेवाएँ आती हैं जो प्राथमिक एवं द्वितीयक व्यवसाय में लगे लोगों को व्यक्तिगत रूप से दी जाती हैं। इस व्यवसाय में सम्मिलित मुख्य सेवाएँ अग्रलिखित हैं - उपर्युक…
प्राथमिक व्यवसायों से उपलब्ध उत्पादों को संशोधित कर अथवा उनका रूप बदलकर उन्हें अधिक उपयोगी वस्तुएँ बनाने की समस्त प्रक्रियाएँ द्वितीयक व्यवसाय के अन्तर्गत आती हैं। जैसे - कपास से सूती वस्त्र बनाना, ज…
औद्योगिक क्रांति के सूत्रपात के साथ सम्पूर्ण विश्व में तेजी से औद्योगीकरण की प्रवृत्ति बढ़ी। इसके साथ कई औद्योगिक समस्याओं का उदय हुआ। विकसित, विकासशील एवं पिछड़े देशों के भिन्न-भिन्न औद्योगिक समस्या…
वस्त्र निर्माण उद्योग के अन्तर्गत कपास, ऊन, रेशम तथा कृत्रिम रेशों से बने वस्त्र सम्मिलित हैं। वस्त्र निर्माण प्रक्रिया में सूत या धागा कातना, बुनना तथा उसे रंगना सम्मिलित हैं। यह उद्योग अन्य सभी उद्…