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मौलिक अधिकार क्या है - what is a fundamental right

मौलिक अधिकार व कर्त्तव्य - प्रत्येक मनुष्य में कुछ अंतनिर्हित शक्तियाँ होती है जो उसके व्यक्तित्व का विकास करती है प्रो लास्की के अनुसार- अधिकार वे बुनियादी परिस्थितियाँ है जिनके बिना कोई नागरिक अपन…

भारतीय प्रजातंत्र क्या है - what is indian democracy

प्रजातंत्र का अर्थ   प्रजातंत्र उस शासन व्यवस्था को कहते हैं जिसमें शासन की सत्ता किसी एक व्यक्ति के हाथ में न रहकर समस्त जनता के हाथ में निहित होती है। डेमोक्रेसी यूनानी भाषा के Demos (डेमास) और क्र…

चुनाव का महत्व - Importance of election

भारतीय संविधान में वयस्क मताधिकार के सिद्धांत को स्वीकार करते हुए संविधान निर्माताओं ने चुनाव से संबंधित सम्पूर्ण व्यवस्था को स्वतंत्र रखना ही उचित समझा।  चुनाव किसे कहते हैं  प्रजातंत्र में स्वतंत्र…

नागरिक अधिकार किसे कहते हैं -what are civil rights

किसी देश के एक व्यक्ति को  कानून  द्वारा कुछ अधिकार प्रदान किया जाते हैं। उसे नागरिक अधिकार कहा जाता हैं। जैसे स्वतंत्रा का अधिक, धार्मिक मान्यता का अधिकार और वोट देने का अधिकार आदि। इसके अलावा और भी…

कार्यालय किसे कहते हैं - who is office

कार्यालय एक ऐसा स्थान है जहां एक संगठन के कर्मचारी प्रशासनिक कार्य करते हैं। कार्यालय किसी संगठन के भीतर विशिष्ट कर्तव्यों के साथ एक स्थिति को भी इंगित कर सकता है। कार्यालय के रूप में मूल रूप से किस…

संविधान किसे कहते हैं - Constitution of India in hindi

संविधान एक देश का प्रमुख कार्य और उनकी रणनीति कैसी होगी यह बताता हैं। सविधान मे देश नागरिकों के अधिकार और कर्तव्यों को भी दर्शाया जाता हैं। जिसमे देश की नियम और कानून निहित होती हैं। संविधान किसे कहत…

अध्यक्ष किसे कहते है - who is the president

एक संगठित समूह मे अध्यक्ष होता है। अध्यक्ष जैसे बोर्ड, समिति या विचार-विमर्श सभा का अधिकारी होता है। पद धारण करने वाला व्यक्ति, जिसे आमतौर पर समूह के सदस्यों द्वारा चुना या नियुक्त किया जाता है। समूह…

विदेश मंत्रालय का कार्य है - foreign Ministry

1. राज्य के राजनितिक सिद्धांतों और नीतियों और संबंधित कानूनों और विनियमों को लागू करने के लिए; राज्य की ओर से राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और हितों की रक्षा करना; राज्य और सरकार की ओर से राजनितिक माम…

संधि किसे कहते हैं

संधि अंतरराष्ट्रीय कानून में औपचारिक कानूनी रूप से बाध्यकारी लिखित समझौता होता है। यह आमतौर पर देशों द्वारा होता है। लेकिन इसमें अंतरराष्ट्रीय संगठन , व्यक्ति, व्यावसायिक संस्थाएं और अन्य शामिल हो सक…

अमेरिकी सीनेट तथा ब्रिटिश लार्ड सभा की तुलना

सीनेट अमेरिकी काँग्रेस का और लार्ड सभा ब्रिटिश संसद का द्वितीय सदन है। रचनाओं और शक्ति की दृष्टि से ब्रिटिश लार्ड सभा तथा अमेरिका की सीनेट में काफी भेद है।  ब्रिटिश लार्ड सभा व अमेरिकी सीनेट की शक्ति…

द्विसदनात्मक व्यवस्थापिका किसे कहते हैं

राजनीतिशास्त्र के विद्वानों में व्यवस्थापिका के संगठन के बारे में मतभेद पाया जाता है। ब्लण्ट्श्ली, लेकी, जे. एस. मिल, गार्नर, मैरियट आदि विचारकों ने द्विसदनात्मक व्यवस्थापिका को उपयोगी बताया है। परन्…

स्विस संघीय सरकार की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए।

स्विस कार्यपालिका अपनी अद्भुत विशेषताओं के कारण सम्पूर्ण विश्व में प्रसिद्ध है। संगठन की दृष्टि से यह बहुल कार्यपालिका है। शक्तियों की दृष्टि से इसकी कोई समता नहीं है। ब्राइस के शब्दों में यह एक ऐसी …

न्यायिक पुनर्विलोकन का अर्थ एवं महत्व

वर्तमान समय में न्यायिक पुनरावलोकन के सिद्धान्त का महत्त्व बढ़ गया है। प्रो सक्सेना के अनुसार आधुनिक समाज में जो कि शक्ति संघर्ष के सिद्धान्तों से घिरा हुआ है।  न्यायिक पुनर्विलोकन का अर्थ एवं महत्व …

चीन की न्याय व्यवस्था की मुख्य विशेषताएँ

चीन की समस्त राज-व्यवस्था कार्ल मार्क्स, लेनिन और माओ के सिद्धान्तों पर आधारित है, अतः चीन की न्याय व्यवस्था, विधि और न्याय का आधार भी यही है । स्वाभाविक रूप से यह न्याय व्यवस्था पाश्चात्य न्याय-व्यव…